अभी तो समय के साथ मौसम भी बदलते हैं... अभी तो समय के साथ मौसम भी बदलते हैं...
सावन की रिमझिम फुहार, तन पर जब से पड़ी हैं.. सावन की रिमझिम फुहार, तन पर जब से पड़ी हैं..
हल्की-हल्की रे बौछारें, मन को बहुत भाती है...! हल्की-हल्की रे बौछारें, मन को बहुत भाती है...!
चुप से, छुप सब से आगोश में आओ लुफ्त उठाए बरसात का आओ जीवन संगिनी। चुप से, छुप सब से आगोश में आओ लुफ्त उठाए बरसात का आओ जीवन संगिनी।
ये मेरी कुछ बेहिसाब सी कहानी है, बहुत खामोश, पर ऐसी ही ज़िंदगानी है।। ये मेरी कुछ बेहिसाब सी कहानी है, बहुत खामोश, पर ऐसी ही ज़िंदगानी है।।
उफ़... तेरी ये आंखे............. कुछ ना कहकर भी ...... बहुत कुछ कह जाती हैं ........ उफ़... तेरी ये आंखे............. कुछ ना कहकर भी ...... बहुत कुछ कह जाती है...